ऋण समाधान योजना : by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब 31 जनवरी से पहले ऋण जमा कराएं, 90 प्रतिशत तक छूट पाएं 09 January, 2021 जानें, क्या है एसबीआई की ऋण समाधान योजना और इससेे कैसे मिलेगा फायदा?एसबीआई की ऋण समाधान योजना के तहत 31 जनवरी 2021 से पहले ऋण जमा कराने वाले बकायादारों को 90 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। अब पुराने बकायादार लिए गए ऋण की 10 प्रतिशत राशि की अदायगी कर ऋण मुक्त हो सकते हैं। मीडिया में प्रकाशित जानकारी के आधार पर एसबीआई पाटन के मैनेजर जयपाल सुंडी एवं फील्ड ऑफिसर अनूप कुमार ने बैंक डिफाल्टरों से बैठक करके कहा है कि 31 जनवरी 2021 तक एक मुश्त समाधान योजना(ओटीएस)के लाभ उठाएं तथा कर्ज को चुकता करे। मैनेजर सुंडी ने बताया है की लोन श्रेणी एनपीए के अनुसार - सन्दिग्ध खाता 1, सन्दिग्ध खाता 2, संदिग्ध खाता 3, बकायेदार ओटीएस का लाभ 90 प्रतिशत तक माफी ले सकते है। डिफॉल्टर ओटीएस योजना के तहत बकाया राशि के मात्र दस प्रतिशत जमा करके बैंक ऋण से मुक्त हो सकते है। सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रैक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1किस प्रकार के लोन पर मिलेगा ओटीएस योजना का लाभआवास लोन छोड़ इस योजना अंतर्गत कृषि, ब्यवसाय, आदि किसी तरह एनपीए लोन का लाभ ले सकते है। 31 जनवरी 21 तक इन योजना की लाभ दिया जाएगा, बैंक डिफॉल्टर आवेदन के साथ कुल बकाया (मूलधन एव ब्याज) के दस प्रतिशत राशि जमा करके माफी योजना के लाभ ले सकते है। 31 जनवरी तक आवेदन देने पर डिफाल्टरों को बैंक द्वारा अतिरिक्त 5 से 15 प्रतिशत तक बतौर इंसेंटिव लाभ भी मिल सकता है। डिफॉल्टर बैंक से संपर्क करके अपने एनपीए खाता से सबंधित जानकारी ले सकते हैं। कृषि लोन लेने वाले किसानों को सबसे अधिक फायदामैनेजर एवं फील्ड ऑफिसर पाटन शाखा के अनुसार दो करोड़ से अधिक की राशि बकाया सिर्फ कृषि लोन सन्दिग्ध खाता के अंतर्गत 600 किसान है। जिन्हें इस योजना से काफी फायदा होगा। ऐसे डिफाल्टरों को नोटिस देकर ओटीएस माफी की जानकारी दिया जा रहा है। तय समय सीमा के अंदर माफी के लाभ नही लेने पर बाद में पूरी राशि भरना पड़ेगा, नहीं भरने पर डिफाल्टरों के खिलाफ करवाई भी हो सकती है। यह भी पढ़ें : किसान आंदोलन : रिलायंस के बाद अडानी ने दिया स्पष्टीकरणऋण समाधान योजना के लिए ये होंगे पात्रऋण योजना के अंतर्गत पुराने कर्जदारों की बकाया राशि पर पात्रता अनुसार 15 से 90 प्रतिशत तक छूट देकर शेष राशि एक मुश्त नकद जमा करके खाते बंद किए जा रहे हैं। भारतीय स्टेट बैंक के सहायक प्रबंधक श्रीनिवासन प्रसाद राव के अनुसार ऐसा ऋण खाता जो 31 दिसंबर 2019 या उससे पूर्व एनपीए में वर्गीकृत हो चुका हो, प्रति ऋणी कुल बकाया 20 लाख रुपए तक हो, ऐसे सभी खाते ऋण समाधान योजना में पात्र हैं। इस योजना के अंतर्गत एक मुश्त समझौता योग्य खातों में एनपीए की तिथि के बाद खाते में ब्याज की पूर्ण छूट दी जाएगी। बकाया राशि में पात्रता के आधार पर 15 से 90 प्रतिशत की छूट योजना की शर्तों के अनुसार दी जाएगी। एक मुश्त अथवा शीघ्र भुगतान पर समझौता राशि की 5 से 15 प्रतिशत अतिरिक्त छूट भी हैं। इस योजना में मात्र 10 प्रतिशत राशि जमा कराकर खाता बंद करवाया जा सकता हैं।ऋण समाधान योजना का लाभ लेने के लिए कहां करें संपर्कउन्होंने कहा कि यह पुराने अवधि पार कर्ज से छुटकारा पाने का एक सुनहरा अवसर हैं। उन्होंने पुराने एनपीए कर्जदारों से अपील करते हुए कहा कि ऋण समाधान योजना में तुरंत खाता बंद कर ऋण मुक्ति प्रमाण पत्र पाए। इस योजना का लाभ लेने एवं विस्तृत जानकारी के लिए अपनी होम ब्रांच अथवा एसबीआई की नजदीकी शाखा में ही सीधा संपर्क करें। किसी दलाल एवं एजेंट के छलावे में नहीं आए। यह योजना सीमित समय के लिए हैं। अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।,। Debt resolution scheme: by social worker Vanita Kasani Punjab, submit loan before January 31, get up to 90 percent discount 09 January, 2021 Know, what is SBI's debt resolution plan and how will it benefit? Under SBI's debt resolution plan, January 31 Up to 90 percent discount is being given to the outstanding borrowers before 2021. Now the old defaulters can be debt free by paying 10 percent of the loan taken. Based on the information published in the media, SBI Patan's manager Jaipal Sundi and field officer Anoop Kumar have met the bank defaulters and asked them to take advantage of a lump sum settlement plan (OTS) by 31 January 2021 and repay the loan. Manager Sundi has said that as per the loan category NPA - Relevant account 1, Relevant account 2, Suspicious account 3, The defaulters can avail up to 90 percent of the benefit of OTS. Under the defaulters OTS scheme, by depositing only ten percent of the outstanding amount, the bank can be free from debt. First of all, download for information about all the government schemes, Tractor Junction Mobile App - http://bit.ly/TJN50K1 on which type of loan will get the benefit of OTS scheme leave housing loan, under this scheme agriculture, business, etc. somehow NPA loan Can take advantage of Benefit of these scheme will be given till 31 January 21, the bank can take benefits of the forgiveness scheme by depositing ten percent of the total outstanding (principal and interest) with the defaulters application. The defaulters can also get an additional 5 to 15 percent as incentive by the bank on the application by 31 January. You can get information related to your NPA account by contacting the defaulting bank. According to the manager and field officer Patan Branch, the farmers who took agricultural loans are the most benefited. There are only 600 farmers under agriculture loan reference account. Those who will benefit greatly from this scheme. The notice of OTS pardon is being given to such defaulters. If you do not take the benefits of forgiveness within the stipulated time, then you will have to fill the entire amount later. ALSO READ: Kisan agitation: After Reliance, Adani gave clarification for the debt settlement scheme, it will be eligible for the loan outstanding of the old borrowers under the loan scheme from 15 to 90 percent as per eligibility and the balance should be closed by depositing a lump cash Have been. According to State Bank of India assistant manager Srinivasan Prasad Rao, such loan account which has been classified in NPA on or before December 31, 2019, the total outstanding outstanding per borrower is up to Rs 20 lakh, all such accounts are eligible in the debt resolution scheme. Under this scheme, full rebate of interest will be given in the lump sum settlement accounts after the date of NPA. Depending on the eligibility of the outstanding amount, 15 to 90 percent discount will be given as per the terms of the scheme. There is also an additional exemption of 5 to 15 percent of the settlement amount on one lump sum or prompt payment. The account can be closed by depositing only 10 percent of the amount in this scheme. Where to contact to take advantage of the loan resolution scheme, he said that this is a golden opportunity to get rid of debt beyond the old period. He appealed to the old NPA borrowers to immediately get a debt relief certificate in the debt settlement scheme by closing the account immediately. For taking advantage of this scheme and for detailed information, contact directly at your home branch or nearest branch of SBI. Did not come under the pretense of any broker or agent. This plan is for a limited time. 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राम नाम(ram nam) लेखन की महिमा, नाम लेखन से मन शीघ्र एकाग्र होता है..राम नाम(ram nam) लेखन की महिमा, नाम लेखन से मन शीघ्र एकाग्र होता है.. By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब हरि नाम लेखन की महिमा(hari nam lekhan mahima):-प्रभु से जुड़ने के अनेक माध्यम हमारे सद्ग्रंथो, ऋषि मुनियों एवं संतो द्वारा बताये गये है, उनमे से एक है हरि नाम (ram nam) जप और नाम लेखन |बाल वनिता महिला आश्रमनाम में कोई भेद नही है..‘राम‘,’कृष्ण‘,’शिव‘,’राधे‘ जो नाम आपको प्रिय लगे उसी को पकड़ लो तो बेडा पार हो जायेगा | नाम में भेद करना नाम – अपराध है,यही प्रयास करे की हमारे द्वरा कभी नाम अपराध न बने |कलयुग में केवल नाम ही आधार है ..तुलसीदासजी ने भी रामचरित मानस में कहा है..कलियुग केवल नाम आधारा | सुमीर सुमीर नर उतरही पारा ||सतयुग में तप,ध्यान , त्रेता में यग्य,योग, और द्वापर में जो फल पूजा पाठ और कर्मकांड से मिलता था वाही फल कलियुग में मात्र हरि नाम(ram nam) जप या नाम लेखन से मिलता है |नाम लेखन में मन बहुत जल्दी एकाग्र होता है | नाम जप से नाम लेखन को तीन गुना अधिक श्रेष्ठ माना गया है |क्योकि नाम लेखन से नाम का दर्शन, हाथ से सेवा नेत्रों से दर्शन और मानसिक उच्चारण, ये तीन कम एक साथ होते है |आनंद रामायण में नाम लेखन की महिमा(ram naam lekhan) :-आनंद रामायण में लिखा है सम्पूर्ण प्रकार के मनोरथ की पूर्ति नाम लेखन से हो जाती है |इस पावन साधन से लोकिक कम्नाये भी पूर्ण हो जातीहै और यदि कोई कामना न हो तो भगवन के चरण कमलो में प्रेम की प्राप्ती हो जाती है |महामंत्र जोइ जपत महेसू । कासीं मुकुति हेतु उपदेसू ||महिमा जासु जान गनराऊ। प्रथम पूजिअत नाम प्रभाऊ ||अनादि काल से स्वयं महादेव जिस नाम का एक निष्ठ हो निरंतर स्मरण करते हुए जिनकी महिमा का बखान भगवती पार्वती से करते रहें हैं.जिनके सेवार्थ उन्होंने श्री हनुमत रूप में अवतार लिया ऐसे श्री राम का नाम लिखना सुनना कहना भव सागर से तारणहार तो है ही –साथ ही मानव मात्र को समस्त प्रकार के दैविक दैहिक भौतिक सुखों से भी श्रीयुत करने में सर्वथा प्रभावी तथा आत्मोत्थान का सबसे सुगम माध्यम है .महावीर हनुमानजी ने स्वयं राम नाम की महिमा को प्रभु श्री राम से भी बड़ा माना है .राम से बड़ा राम का नाम ..वे कहते हैं –“प्रभो! आपसे तो आपका नाम बहुत ही श्रेष्ठ है,ऐसा मैं निश्चयपूर्वक कहता हूँ। आपने तो त्रेतायुग को तारा है परंतु आपका नाम तो सदा-सर्वदा तीनों भुवनों को तारता ही रहता है।”यह है ज्ञानियों में अग्रगण्य हनुमानजी की भगवन्नाम- निष्ठा !हनुमानजी ने यहाँ दुःख, शोक, चिंता, संताप के सागर इस संसार से तरने के लिए सबसे सरल एवं सबसे सुगम साधन के रूप में भगवन्नाम का, भगवन्नामयुक्त इष्टमंत्र का स्मरण किया है।राम नाम(ram nam) जप और नाम लेखन की महिमा :-एकतः सकला मन्त्रःएकतो ज्ञान कोटयःएकतो राम नाम स्यात तदपि स्यान्नैव सममअर्थात: तराजू के एक पलड़े में सभी महामंत्रों एवं कोटि ज्ञान ध्यानादि साधनों के फलों को रखा जाए और दुसरे पलड़े में केवल राम नाम रख दिया जाए तो भी सब मिलकर राम नाम की तुलना नहीं कर सकते.ये जपन्ति सदा स्नेहान्नाम मांगल्य कारणं श्रीमतो रामचन्द्रस्य क्रिपालोर्मम स्वामिनःतेषामर्थ सदा विप्रः प्रदताहम प्रयत्नतः ददामि वांछित नित्यं सर्वदा सौख्य्मुत्तममअर्थात: जो मानव मेरे स्वामी दयासागर श्री रामचन्द्रजी के मंगलकारी नाम का सदा प्रेमपूर्वक जप करते हैं , उनके लिए मैं सदा यत्नपूर्वक प्रदाता बनकर उनकी अभिलाषा पूरित करते हुए उत्तम सुख देता रहता हूँ.“प्रेम ते प्रगट होहि मैं जाना”श्री रामनाम लेखन से सुमिरन तो होता ही है साथ ही लेखक का अंतर्मन श्री राम के दिव्य प्रेम व तेज से जागृत होने लगता हैAlso read:- भक्तिबाल वनिता महिला आश्रमतो आइये अपने समय को सुव्यवस्थित समायोजित करते हुए इस राम नाम लेखन महायज्ञ में पूर्ण श्रद्धा से सम्मिलित हो अक्षय पुण्य के भागी बनें. मानस पटल पर प्रभु श्री राम की छवि हो पवन पुत्र की दया हो और अंगुलिया की-बोर्ड पर अथवा कलम पकड़े हुए.. राम नाम जप माला में दिव्य मणियाँ स्वतः ही पिरोयीं जाएंगी.राम नाम लेखन व जाप से लाभ:1,25,000 – इस जन्म में अजिॅत पापो का नाश होना शुरू हो जाता है ।2,25,000 -जीवन के पापो का शमन हो जाता है व सभी क्रूर व दुष्ट गृहों का निवारण शुरू हो जाता है5,00,000 -भगवान राम की कृपा से चरणों की भक्ति में वृध्दि होती हैं ।10,00,000 -पूर्व जन्मों के समस्त पापो का क्षय होता हैं ।25,00,000 -जीवन के दुःस्वप्न का नाश होता हैं एवं समस्त ऐश्वर्य भाग व मुक्ति का फल मिलता हैं ।50,00,000 -सभी तरह को पुण्यों एवं यज्ञों का फल मिलता हैं ।75,00,000 -अनेक जन्मों के पापौ का नाश हो जाता हैं तथा भगवान राम की अखण्ड भक्ति मिलती हैं ।1,00,00,000 -अश्वमेघ यज्ञ के द्विगुण रूप में फल मिलता हैं और – सर्वपाप विनिर्मुक्तो विष्णु लोकं स गच्छति ।रामनाम लिखने से एकाग्रता आती और मानसिक परेशानियां दूर होती हैं।नाम जप न बने तो नाम लेखन करो |श्री राधे! जय श्री राम!! जय श्री कृष्ण!!